हिंदी समाचार
WATCH: 18 साल के इंतजार के बाद खुद को नहीं संभाल पाए विराट कोहली, RCB के चैंपियन बनते ही बच्चे की तरह रोये
विराट कोहली उस वक्त अपने इमोशंस पर कंट्रोल नहीं कर पाए जब मुकाबले का आखिरी ओवर फेंका जा रहा था।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 87,000 से ज्यादा दर्शकों के सामने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आखिरकार वो कर दिखाया जिसका इंतज़ार उनके फैंस सालों से कर रहे थे। आईपीएल 2025 के फाइनल में RCB ने पंजाब किंग्स को 6 रनों से हराकर इतिहास रच दिया और पहली बार IPL चैंपियन बनी।
इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही एक और पल ऐसा आया जिसने करोड़ों दिलों को छू लिया — वो था विराट कोहली की आंखों से छलकते आंसू। जैसे ही आखिरी गेंद फेंकी गई और जीत पक्की हुई, कोहली खुद को रोक नहीं पाए और मैदान पर ही घुटनों के बल बैठ गए। उनके चेहरे पर खुशी, राहत और इमोशंस की बाढ़ थी। साथी खिलाड़ी दौड़ते हुए आए और विराट को गले लगा लिया। पूरे स्टेडियम में तालियों की गूंज थी, हर कोई विराट के इस पल का गवाह बनना चाहता था।
मैच का रोमांच और विराट का प्रदर्शन
मैच में RCB ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 190 रन बनाए। विराट कोहली ने सबसे ज़्यादा 43 रन बनाए और टीम को मज़बूत शुरुआत दी। आखिरी ओवरों में भले ही रन रुक गए, लेकिन गेंदबाजों ने कमाल कर दिखाया। क्रुणाल पांड्या और भुवनेश्वर कुमार की सटीक गेंदबाज़ी ने पंजाब को 184/7 पर रोक दिया।
पंजाब की ओर से शशांक सिंह ने आखिरी ओवर में मुकाबला रोमांचक बना दिया, लेकिन जीत RCB के हिस्से आई।
'ये जीत बेंगलुरु के नाम' – विराट कोहली
मैच के बाद बातचीत में विराट कोहली ने कहा, "ईश्वर का धन्यवाद करता हूं कि आखिरकार ये ट्रॉफी मेरी झोली में आई। इस टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और हर किसी ने अपना योगदान दिया। बहुत लोगों ने हमारी आलोचना की थी, लेकिन हमने दिखा दिया कि हमारे पास जीतने का माद्दा है। ये जीत बेंगलुरु के लिए है। मेरे करियर के सबसे खास पलों में से एक है ये।"
RCB कप्तान राजत पाटीदार ने निभाया वादा
मैच से एक दिन पहले कप्तान राजत पाटीदार ने कहा था कि वो ये ट्रॉफी विराट कोहली के लिए जीतना चाहते हैं। और उन्होंने अपना वादा निभा दिया।
18 साल का इंतजार खत्म
आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई थी और RCB उन टीमों में रही जिन्हें अक्सर ट्रॉफी से दूर रहना पड़ा। इस जीत के साथ विराट कोहली का 18 साल पुराना सपना आखिरकार पूरा हो गया। उनकी भावनाएं सिर्फ एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि हर उस फैन की थीं जो सालों से #EeSalaCupNamde के नारे में विश्वास करते आए थे।