हिंदी समाचार
ICC हॉल ऑफ फेम में जगह मिलने के बाद MS Dhoni का आया इमोशनल रिएक्शन, कही दिल छू लेने वाली बात
धोनी 11वें भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्हें ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।
भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। धोनी के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला और ग्रीम स्मिथ, ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी, पाकिस्तान की सना मीर और इंग्लैंड की सारा टेलर को भी इस सम्मान से नवाजा गया है।
यह भव्य सम्मान समारोह लंदन के प्रसिद्ध एबी रोड स्टूडियोज़ में आयोजित हुआ, जहां कभी बीटल्स ने अपने हिट गाने रिकॉर्ड किए थे। यह स्थान लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड के नज़दीक ही है, जहां वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेला जाना है।
धोनी का खास योगदान
महेंद्र सिंह धोनी ने भारत को 2011 में घरेलू सरजमीं पर वनडे वर्ल्ड कप जिताया था और फाइनल में विजयी चौका लगाकर मैच खत्म किया था। वे अकेले ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी की तीनों बड़ी वाइट-बॉल ट्रॉफी—2007 का टी20 वर्ल्ड कप, 2011 का वनडे वर्ल्ड कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी—जीती हैं।
धोनी ने 350 वनडे मैचों में 50 से ज़्यादा की औसत से रन बनाए और 10,000 से अधिक रन बनाए। वे अक्सर मुश्किल हालात में टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने में माहिर रहे। अभी हाल ही में 43 साल की उम्र में भी उन्होंने आईपीएल में हिस्सा लिया।
धोनी ने इस सम्मान को लेकर कहा, "आईसीसी हॉल ऑफ फेम में चुना जाना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। ये उन सभी खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण को मान्यता देता है जिन्होंने वर्षों तक इस खेल को समर्पित किया है।"
दक्षिण अफ्रीका के दो दिग्गजों को भी मिला सम्मान
हाशिम अमला दक्षिण अफ्रीका के पहले बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ा। उन्होंने 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ 311 रन की नाबाद पारी खेली थी। वहीं ग्रीम स्मिथ ने मात्र 22 साल की उम्र में कप्तानी संभाली और 109 टेस्ट मैचों में टीम की अगुवाई की, जो विश्व रिकॉर्ड है।
अमला ने कहा, "ग्रीम के साथ एक साथ इस सूची में शामिल होना मेरे लिए गर्व की बात है।" स्मिथ ने भी कहा, "हम दोनों का इस सम्मान में एक साथ आना दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए गौरव का क्षण है।"
बाकी दिग्गजों का भी जलवा
ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन ने शुरुआती 2000 के दशक में अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी से टीम को बुलंदियों पर पहुंचाया। उन्होंने 30 टेस्ट शतक बनाए और उनका औसत भी 50 से ऊपर रहा।
न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी, जो अब ऑस्ट्रेलिया के सहायक कोच हैं, टेस्ट में 4,000 रन और 300 विकेट लेने वाले कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं।
इंग्लैंड की सारा टेलर ने बेहतरीन विकेटकीपिंग के साथ टीम को कई विश्व खिताब जिताए, जिनमें 2017 का घरेलू वनडे वर्ल्ड कप भी शामिल है।
सना मीर ने रचा इतिहास
पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर पहली महिला खिलाड़ी बनी हैं जिन्हें आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। उन्होंने 151 वनडे विकेट लिए और पाकिस्तान को 2010 और 2014 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक दिलवाया।
मीर ने भावुक होते हुए कहा, "जब मैं छोटी थी, तब मैंने सोचा भी नहीं था कि हमारे देश में कभी महिला क्रिकेट टीम होगी। और आज मैं उन्हीं दिग्गजों की सूची में हूं, जिनकी कहानियां सुन-सुनकर मैंने बल्ला और गेंद उठाना शुरू किया था। यह सपना भी नहीं था, बस एक ख्वाब से बढ़कर है।"
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में इन खिलाड़ियों की एंट्री न सिर्फ उनके योगदान की मान्यता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करने वाली मिसाल भी है।