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'एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी' के लिए खेलेंगी भारत और इंग्लैंड की टीमें, जानें कब से होगी इसकी शुरुआत
पहले ये ट्रॉफी पटौदी ट्रॉफी के नाम से जानी जाती थी जो दिग्गज मंसूर अली खान पटौदी के सम्मान में रखी गयी थी।
भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज को अब एक नया नाम और नई पहचान मिल गई है। जिस तरह भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच "बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी" के लिए मुकाबला होता है, उसी तर्ज पर अब भारत और इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज "एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी" के नाम से जानी जाएगी। इसकी शुरुआत 2025 में भारत के इंग्लैंड दौरे से होगी। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत 20 जून से लीड्स में होगी।
यह फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने मिलकर लिया है। अब तक भारत जब इंग्लैंड दौरे पर जाता था, तो वह पटौदी ट्रॉफी के लिए खेलता था, जो भारत के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर थी। वहीं जब इंग्लैंड की टीम भारत आती थी, तो मुकाबला एंथनी डी मेला ट्रॉफी के लिए होता था, जो BCCI के संस्थापक के नाम पर रखी गई थी।
अब दोनों बोर्ड्स ने फैसला लिया है कि भारत-इंग्लैंड टेस्ट मुकाबले एक ही ट्रॉफी के लिए होंगे – और वह ट्रॉफी होगी दो दिग्गज क्रिकेटरों के नाम पर – जेम्स एंडरसन और सचिन तेंदुलकर।
बताया जा रहा है कि एंडरसन और तेंदुलकर इस नई ट्रॉफी का अनावरण वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के दौरान करेंगे, जो 11 से 15 जून के बीच लॉर्ड्स (लंदन) में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा।
सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैच खेलकर 2013 में क्रिकेट को अलविदा कहा था, जबकि जेम्स एंडरसन ने 188 टेस्ट खेलने के बाद 2024 में संन्यास लिया। दोनों ही खिलाड़ी अपने-अपने देशों के लिए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़े नामों में गिने जाते हैं।
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब किसी टेस्ट सीरीज का नाम दो महान खिलाड़ियों के नाम पर रखा गया हो। इससे पहले इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच की टेस्ट सीरीज को भी "क्रो-थॉर्प ट्रॉफी" नाम दिया गया था, जो न्यूज़ीलैंड के मार्टिन क्रो और इंग्लैंड के ग्राहम थॉर्प के सम्मान में थी।
अब देखना होगा कि एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को जीतने की पहली जंग कौन सी टीम अपने नाम करती है – भारत या इंग्लैंड।